
- शामली के सावी जैन ने सीबीएसई कक्षा 12वीं के बोर्ड परीक्षा 2025 में 500 में से 499 अंक प्राप्त कर सारणी में पहला स्थान हासिल किया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार और स्कूल का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे शामली जिले का नाम रोशन किया है।
- सावी जैन उत्तर प्रदेश के शामली जिले में रहने वाली हैं। वह एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, जहाँ शिक्षा को सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। उनके पिता एक रिश्तेदार हैं, जबकि माँ गृहिणी हैं। सावी की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय शैलों में हुई, और उनकी बचपन से ही पढ़ाई में गहरी रुचि दिखाई दी। उनके परिवार ने उनकी मेहनत और लगन को हमेशा के लिए पद से हटा दिया, जिन्होंने उन्हें यहां तक कि दीक्षांत समारोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सावी जैन: जन्म
- सावी जैन का जन्म उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हुआ था।
- सावी की माता का नाम श्रीमती अमित जैन है। वह एक गृहिणी और सावी की पढ़ाई और प्रेरणा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं
- सावी के पिता का नाम श्री राजेश जैन एक दोस्त हैं। कुछ अवास्तविक संभावनाओं के, वह शामली में एक छोटे पैमाने का व्यवसाय शुरू करते हैं, संभावित व्यापार या निरपेक्षता से संबंधित। हालाँकि, उनके व्यवसाय की प्रकृति (जैसे, किस क्षेत्र में) सार्वजनिक रूप से स्पष्ट नहीं है।
उपलब्धि
सावी को 500 में से 499 अंक प्राप्त हुए, जो कि 99.8% है। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें सीबीएसई कक्षा 12वीं 2025 का ऑल इंडिया टॉपर बना दिया। उनके मार्कशीट में सभी विषयों में लगभग पूर्ण अंक थे, जो उनकी मेहनत और उपहार का प्रमाण है। उनकी इस सफलता ने शामली जैसे छोटे शहर से आने वाले छात्रों के लिए एक मिसाल कायम की है।
भविष्य की योजनाएँ
- सावी जैन का सपना भारतीय रेलवे सेवा (IAS) में अपने देश की सेवा करना शामिल है। वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू करने की योजना बना रही हैं। इसके लिए उसने अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कोचिंग और स्व-अध्ययन पर ध्यान दिया। सावी का मानना है कि कड़ी मेहनत और सही दिशा के प्रयास से कोई भी लक्ष्य अप्रभावी नहीं है।
प्रेरणा और संदेश
- सावी जैन की कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणादायक है जो सीमित सामग्री के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। उन्होंने अपने एक साक्षात्कार में कहा, “सफलता का कोई पैमाना नहीं है। नियमित काम, योग्यता और धैर्य ही आपको लक्ष्य तक ले जा सकता है।” उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे अन्य पढ़ाई को बोझ न समझें, बल्कि उन्हें एक अवसर के रूप में लें।
- सावी की इस उपलब्धि पर उनके परिवार, स्कूल और पूरे शामली जिले में खुशी की लहर है। उनके माता-पिता ने कहा था कि सावी की मेहनत और लग्न ने उनके सपने को साकार किया। स्कॉटिश इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल और इंजीनियर ने भी सावी की प्रशंसा की और इसे स्कूल के लिए गौरव का क्षण बताया। सोशल मीडिया, खासकर एक्स पर, सावी की उपलब्धि की खूब चर्चा हो रही है, जहां लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं और उनकी मेहनत को सारा बता रहे हैं।